कुम्हारी कला को विकसित करने के लिए 10 दिवसीय परीक्षण प्रारंभ हुआ।
प्रजापति मंथन : कोटा राजस्थान
भारत सरकार के खादी और ग्राम आयोग कि कुम्हारी कला सशक्तिकरण योजना के तहत तालेड़ा तीन धार स्थित प्रजापति समाज के श्रीयादे माता मंदिर प्रांगण में बिजली के चॉक द्वारा नई तकनीकी से मिट्टी के बर्तन बनाने का परीक्षण शिविर बिजली के चाक पूजन करके प्रारंभ हुआ। खादी और ग्राम आयोग के राज्य निदेशक बी एल मीणा ने बताया कि विद्युत चाक लाभार्थियों को खादी और ग्राम आयोग के द्वारा आज सैकड़ों लोगों ने इसका परीक्षण प्राप्त किया।
खादी और ग्राम आयोग के राज्य निदेशक बीएल मीणा ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा रेलवे स्टेशन पर मिट्टी के कुल्हड़ आवश्यक करने के कारण राजस्थान के ही नहीं पूरे भारत के प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में मिट्टी के कुल्हड़ की आवश्यकता होगी। इससे कुंभकार समाज के लोगों के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। और उनकी आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान होगी। उन्होंने बताया कि यह परीक्षण शिविर 15 नवंबर तक चलेगा। अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासंघ नई दिल्ली के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नंदलाल प्रजापति ने आगे बताया कि 500 आवेदकों से निवेदन किया कि जो वहां उपस्थित होकर परीक्षण प्राप्त करेगा उनको खादी और ग्राम आयोग द्वारा प्रमाण पत्र के साथ बिजली का चाक दिया जाएगा। जो आवेदक परीक्षण के दौरान नहीं पहुंचेंगे उनको चाक नहीं दिया जाएगा। सभी आवेदकों से आग्रह किया है कि वे परीक्षण शिविर में आवश्यक रूप से पहुंचे। प्रजापति ने बताया कि इस परीक्षण शिविर का संयोजक हेमराज नगरिया को बनाया गया है। और प्रजापति महासंघ के जिलाध्यक्ष जमना शंकर प्रजापति, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश बाणा,नरेंद्र प्रजापति, द्वारका लाल प्रजापति, घनश्याम डाबरिया, शेखर प्रजापति का परीक्षण शिविर व्यवस्थित रुप से संपन्न करने में सहयोग रहा।
यह जानकारी अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासंघ नईदिल्ली मुंबई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नंदलाल प्रजापति कोटा ने दी।