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माटीकला बोर्ड अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

प्रजापति मंथन : दौसा / राज. प्रजापति समाज के युवाओं के द्वारा दौसा जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया गया। जिसमें युवाओं ने माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष सहित संचालक मण्डल की नियुक्ति की मांग की। ज्ञापन में युवाओं ने माटी कला एवं शिल्प बोर्ड में से शिल्प शब्द को हटाने की भी मांग की। दिया ज्ञापन । जिला सचिव युवा प्रकोष्ठ  सोनू प्रजापत पीपलकी ने बताया को माटी कला  व शिल्प  बोडज़् में से शिल्प शब्द को हटाने हेतु व माटी कला बोडज़् की कायज़्कारी को  जल्दी नियुक्त किए जाने बाबत । तथा माटी कला बोडज़् का अध्यक्ष प्रजापति समाज से नियुक्त किए जाने बाबत । आज दौसा कलेक्टर को ज्ञापन दिया जिस दौरान सोनू प्रजापत पीपलकी, हरभजन बालाहेडी, मोनू बांदीकुई, संतोष बांदीकुई, हंसराज जौपाड़ा, कालूराम रिंकू भांडारेज, बबली गगवाना, जी.एल. फशापज़्ुरा,  बबली गगवाना, ओम प्रकाश रैनी, विष्णु रानौली सहित अनेक कायज़्कताज़् मौजूद थे ।

हाईटेक परिचय सम्मेलन में सैकड़ों युवक-युवतियों ने योग्य जीवनसाथी की तलाश में मंच से दिया परिचय

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प्रजापति मंथन : इंदौर / म.प्र. इंदौर (मप्र)। अखिल भारतीय प्रजापति कुंभकार महासंघ इन्दौर द्वारा प्रजापति समाज का एक दिनी हाइटेक ऐतिहासिक युवक युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें 600 से ज्‌यादा प्रविष्टियाँ आई । एक दिन में 400 से ज्‌यादा युवक–युवतियों ने मंच सेपरिचय दिया । इस परिचय सम्मेलन ने अब तक के आयोजन के सभी रिकार्ड तोड दिए । एक ही मंच पर प्रजापत समाज के सैकडो युवक युवती मौजूद हुए । और देशभर ही नही  विदेश के प्रत्याशी भी अपनी जीवन संगिनी ढुंढने के लिए इस सम्मेलन की आर अपना रूख किया । सम्मेलन में आए युवक–युवतियों नेभी सम्मेलन की सराहना की, उन्होने कहा इस तरह का सम्मेलन पहले कभी नहीं देखा । 22 दिसम्बर को सम्मेलन के सत्र का शुभारंभ महासंघ के राट्रीय अध्यक्ष आर.बी.के. प्रजापति (मुम्बई) एवं महासंघ के मुख्‌य महासचिव सी.ए. मनोज जी प्रजापति , राष्ट्रीय संरक्षक परसराम जी प्रजापति केकटिया एवं आयोजन समिति के प्रमुख गेंदालाल भगत प्रजापति,रमेश भगत प्रजापति, प्यारेलाल प्रजापति (नकसवाल),मांगी लाल रेडवाल प्रदेश अध्यक्ष महासंघ, प्रदेश महासचिव नरेन्द्र गोले, लक्ष्मीनारायण मुन्ना भैया प...

आखिर कब तक श्रीयादे माता जयंती को लेकर बनी रहेगी भ्रम की स्थिति

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संत शिरोमणि श्री श्रीयादे माता को सकल प्रजापति समाज अपनी आराध्य कुलदेवी मानता है। लेकिन श्रीयादे माता की जयंती को लेकर आज भी समाज में अलग अलग मत होने के कारण भ्रम की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान तथा गुजरात में माघ सुदी दूज को श्रीयादे माता जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती हैं, वही मध्यप्रदेश में कुछ स्थानांे पर होलिका दहन के सात दिन उपरांत शीतला सप्तमी को श्रीयादे माता स्मरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। शीतला सप्तमी श्रीयादे माता स्मरण दिवस के रूप में मनाए जाने के साथ समाज के कई लोगों में यह दिन यादें जयंती के रूप में दिलो दिमाग में घर कर चुका है। ऐसे में प्रजापति समाज के लिए ही एक बड़े भ्रम की स्थिति है कि मध्य प्रदेश से ही सटे राजस्थान तथा गुजरात में माघ सुदी दूज को श्रीयादे माता जयंती बड़े हर्षोल्लास से मनाई जाती है वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश मंे माघ सूदी दूज को श्रीयादे माता जयंती के आयोजन गिनी चुनी जगह पर ही होते हैं, शेष मध्यप्रदेश मंे सीतला सप्तमी को श्रीयादे माता स्मरण दिवस अथवा यादे माता जंयति के रूप मंे बढे ही उत्साह से मनाया जाता है । इस स्थिति को लेकर प्रजापति समाज मंे ही भ्र...

कलम की ताकत को पहचाने प्रजापति समाज

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प्रजापति समाज के द्वारा प्रारम्भ से ही कलम की ताकत को अनदेखा किया जाता रहा है और आज भी किया जा रहा है। लेकिन इसके कईं गंभीर प्ररिणाम भी समाज को भुगतने पड़ रहे है। आरम्भ से ही कुम्हार समाज की कला के उपर को मजबूत पकड़ रही है लेकिन कलम की ओर ज्यादा ध्यान नहीं रहा। इसी का नतीजा है कि आज कुम्हार समाज का पुरातन इतिहास नाम मात्र के रूप में ही उपलब्ध है। बुद्धिजीवी वर्ग के द्वारा भी समाज के साथ भेदभाव करते हुए समाज के इतिहास को ज्यादा अहमियत नहीं दी गई। जिससे आज समाज की गौरव गाथाओं का वर्णन बहुत कम ही पड़ने को मिलता है। वर्तमान समय में भी कुम्हार प्रजापति समाज के द्वारा कलम की ताकत को अनदेखा किया जा रहा है। आज जबकि तकनीक का युग है और समाज तरक्की की और बढ़ रहा है फिर भी साहित्य और साहित्य सृजन से जुड़ी हुई विधाओं की और ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहा है। जिससे आने वाली पीढ़ी समाज के इतिहास और साहित्य से कोसों दूर रहेगी। आज समाज के देशभर में सैंकड़ों की संख्या में संगठन और संस्थाऐं संचालित है जो कहने में तो समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही है लेकिन धरातल पर कोई ठोस कार्य नहीं किया जा रहा। आज देश भर में स...

द वल्र्ड गेम्स की वेबसाईट पर चल रही है वोटिंग, रानी रामपाल के लिए अभी वोटिंग करें

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  प्रजापति मंथन : झालावाड़ राज. वल्र्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर 2019 के लिए ऑनलाईन वोटिंग चल रही है जिसमें विभिन्न खेलों के कई देशों के खिलाडिय़ों के नाम शामिल है। जिसमें भारती की हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल का नाम भी शामिल है। रानी रामपाल को वर्ष 2019 का बेस्ट खिलाड़ी बनाने के लिए आज ही वल्र्ड गेम्स ऑर्गेशनाईजेशन की वेबसाईट पर जाकर वोटिंग करें। वोटिंग करने के यह है नियम : - 1. वोटिंग के लिए 7 जनवरी 2020 को खिलाडिय़ों के नाम प्रकाशित किये गए है। जिसमें 8 जनवरी 2020 से वोटिंग प्रारम्भ हो चुकी है। 2. वोटिंग 20 जनवरी 2020 तक होगी इसके बाद टॉप 10 खिलाडिय़ों को ही लिस्ट में रखा जाएगा। टॉप 10 हाई रेंक प्राप्त खिलाडिय़ोंं के लिए 30 जनवरी 2020 तक वोटिंग होगी। 3. इसके बाद 30 जनवरी 2020 को वोटिंग समाप्त होगी 4. विजेता की घोषणा भी 30 जनवरी 2020 को ही होगी। 5. आप खिलाडिय़ों को वल्र्ड गेम्स की वेबसाईट पर जाकर वोट कर सकते है। वोट 24 घंटे में एक बार ही कर सकते है। तथा एक साथ 2 खिलाडियों को वोट देना होगा तथा आपका वोट गिना जाएगा। जिसमें जिसे आप वोट करना चाहते है उसे सबसे पहले वोट करें तथा उसके बाद किसी अन्य खि...