आखिर कब तक श्रीयादे माता जयंती को लेकर बनी रहेगी भ्रम की स्थिति
संत शिरोमणि श्री श्रीयादे माता को सकल प्रजापति समाज अपनी आराध्य कुलदेवी मानता है। लेकिन श्रीयादे माता की जयंती को लेकर आज भी समाज में अलग अलग मत होने के कारण भ्रम की स्थिति बनी हुई है। राजस्थान तथा गुजरात में माघ सुदी दूज को श्रीयादे माता जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती हैं, वही मध्यप्रदेश में कुछ स्थानांे पर होलिका दहन के सात दिन उपरांत शीतला सप्तमी को श्रीयादे माता स्मरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। शीतला सप्तमी श्रीयादे माता स्मरण दिवस के रूप में मनाए जाने के साथ समाज के कई लोगों में यह दिन यादें जयंती के रूप में दिलो दिमाग में घर कर चुका है। ऐसे में प्रजापति समाज के लिए ही एक बड़े भ्रम की स्थिति है कि मध्य प्रदेश से ही सटे राजस्थान तथा गुजरात में माघ सुदी दूज को श्रीयादे माता जयंती बड़े हर्षोल्लास से मनाई जाती है वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश मंे माघ सूदी दूज को श्रीयादे माता जयंती के आयोजन गिनी चुनी जगह पर ही होते हैं, शेष मध्यप्रदेश मंे सीतला सप्तमी को श्रीयादे माता स्मरण दिवस अथवा यादे माता जंयति के रूप मंे बढे ही उत्साह से मनाया जाता है । इस स्थिति को लेकर प्रजापति समाज मंे ही भ्रम की स्थिति बन रही है और आम प्रजापति बन्धु दिग्भ्रमित है कि वास्तव मंे यादे माता जंयति ( जन्म दिवस ) कब है ।
इस संबंध मंे यदि हम बात करंे तो श्री यादे माता जन्म दिवस के पुख्ता प्रमाण मिलते है जिसके आधार पर ही राजस्थान एवं गुजरात मंे श्री यादे माता जयंति ( जन्म दिवस) माघ सूदी दूज को मनाया जाता है । लेकिन मध्यप्रदेश में बगैर किसी प्रमाण के श्रीयादे माता स्मरण दिवस मनाया जाता है एवं इस हेतु तर्क दिया जाता है कि इस दिन श्री यादे माता ने भक्त प्रहलाद को भक्ति का ज्ञान दिया था, तो यह दिवस भक्त प्रहलाद के भक्त बनने के उपलक्ष मंे याद किया जाना चाहिए ना कि यादे माता स्मरण दिवस के रूप । मान्य परंपराआंे एवं साहित्य के जानकारांे के अनुसार किसी भी संत व्यक्ति या महापुरूष के निर्वाण दिवस (पूण्य तिथि) को स्मरण दिवस के रूप मंे मनाया जाता है , यहां यह उल्लेखनीय है कि श्रीयादे माता के निर्वाण दिवस के संबंध मंे कोई तिथि ज्ञात नहीं है तो फिर स्मरण दिवस कैसे मनाया जावे ।यहां एक बात ओैर है कि हम शासन से श्री यादे माता जयंति को शासकीय अवकाश की मांग करते है तो प्रजापति समाज के साथ ही शासन के समक्ष भी यह असमंजस की स्थिति है कि वास्तव मंे यादे माता जंयति किस दिन है ?
अतः सर्वप्रथम आवश्यकता इस बात कि है कि मध्य प्रदेश के परिप्रेक्ष्य मंे यादे माता जयंति एवं स्मरण दिवस एक ही है के भ्रम को दूर किया जावे एवं यादे माता के जन्म के संबंध मंे उपलब्ध प्रमाणांे के आधार पर माघ सूदी दूज को ही राजस्थान, गुजरात मध्यप्रदेश ही नहीं अपितु सम्पूर्ण देश मंे संत शिरोमणी श्री श्रीयादे माता की जंयति मनाई जाना चाहिये ।सभी आयोजक जो यादे माता जयंति अथवा स्मरण दिवस मनाते है वे कृपया इस बात पर अवश्य विचार करंे, ताकि हम समाज मंे व्याप्त भ्रम एवं असमंजस को दूर कर एकता का प्रदर्शन करंे साथ ही शासन प्रशासन के समक्ष भी संत शिरोमणी श्री श्रीयादे माता जयंति पर पुख्ता एवं पुरजोर तरीके से शासकीय अवकाश की मांग रख सके ।
जय संत शिरोमणी श्री श्रीयादे माता ।